23 मार्च, नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों में सभी दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग से तत्काल समय मांगा है। बता दे कि आचार संहिता लगने के बाद भी कल दिन भर आम आदमी पार्टी के ऑफिस को पुलिस द्वारा सील कर के रखा गया और आज भी पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर आप नेताओं को आम आदमी पार्टी ऑफिस जाने से रोका गया। इस कारण आप’ के लोकसभा उम्मीदवार और पार्टी नेता प्रचार की बैठकों के लिए पार्टी ऑफिस नहीं जा सके। दोपहर में पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर पार्टी ऑफिस का रास्ता बंद कर रखा था और आप नेताओं के तमाम अनुरोधों के बावजूद पुलिस ने किसी को भी आम आदमी पार्टी ऑफिस जाने की अनुमति नहीं दी।
आप नेता आतिशी, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक सहित तमाम नेताओं को आम आदमी पार्टी के ऑफिस जाने से रोका गया। पुलिस के इस दमनकारी नीति पर आतिशी ने कहा कि, आने वाले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव है। ऐसे में हमें चुनावों से जुड़ी तैयारी करनी है, ज़रूरी बैठकें करनी है, अपनी स्ट्रेटेजी बनानी है लेकिन तानाशाही का रवैया अपनाते हुए एक राष्ट्रीय पार्टी के दफ़्तर की चारों तरफ़ से बैरिकेडिंग कर दी जाती है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी दफ़्तर में जाने नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, आम आदमी पार्टी को चुनावों की तैयारी करने से रोकने के लिए हमारे नेताओं को हिरासत में डालने का प्रयास किया जा रहा है। तमाम एजेंसियों का इस्तेमाल कर हमें चुनाव में रोकने का प्रयास किया जा रहा है, ‘आप’ विधायक गुलाब सिंह पर आईटी रेड इसी का उदाहरण है।
आम आदमी पार्टी ने इस पूरे वाक़ये पर चुनाव आयोग द्वारा संज्ञान लेने की माँग की है साथ ही चुनाव आयोग से तत्काल मिलने का समय माँगा है। चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि, आज हमारे एक विधायक गुलाब सिंह ‘मटियाला’ पर केंद्रीय एजेंसियों (आईटी) ने छापा मारा। साथ ही आम आदमी पार्टी के दफ़्तर के रास्तों को आज दोपहर के समय दिल्ली पुलिस द्वारा बंद कर दिया गया और तमाम अनुरोधों के बावजूद किसी को भी दफ़्तर में आने की अनुमति नहीं दी गई।
हम यह समझने में असफल रहे कि कोई राजनीतिक दल इतने दमनकारी माहौल में चुनाव कैसे लड़ सकता है?
इस बाबत आम आदमी पार्टी ने पूरे वाक़ये पर तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई करने और आचार संहिता लागू रहने के दौरान सभी एजेंसियों को संयम बरतने का निर्देश देने की माँग की।
आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को स्थिति के बारे में अवगत करने के लिए तत्काल समय की माँग की है। और आज ही किसी भी समय अपनी सुविधानुसार समय देने की माँग की है।