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  • संसद के शीतकालीन सत्र में कच्ची कालोनियों को पक्का करने का बिल न लाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
  • सीएम ने कहा हमारे चार साल दबाव बनाने पर केंद्रीय कैबिनेट ने बिल पास किया। लेकिन फिर से वे लटका रहे हैं, मैं करवाकर रहूंगा

नई दिल्ली –

संसद के शीतकालीन सत्र में कच्ची कालोनियां का बिल न लाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया की तरफ से इस संबंध मे पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में बिल न लाने से यह साफ हो गया है कि कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री पर नियत खराब है। हमने दिल्ली में सरकार बनने के तत्काल बाद 12 नवंबर 2015 को कच्ची कालोनियों को वैध करने का प्रस्ताव भेजा। फिर 4 साल लगातार रजिस्ट्री के लिए संघर्ष किया, दबाव बनाया। उन्होंने कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री का काम रोकने के लिए सभी तरह के प्रयास किए। सेटलाईट सर्वे को मना किया। टीएसएम सर्वे कराने को कहा, जिससे चार-पांच साल का समय लग सके। हम फिर भी नहीं माने और केंद्र सरकार पर कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री के लिए नियम बनाने का चार साल दबाव बनाए रखें। उसी दबाव में कुछ दिनों पहले केंद्रीय कैबिनेट ने कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री के बिल को मंजूरी तो दे दी, लेकिन अब फिर से इसे लटका दिया गया। अरविंद केजरीवाल ने कहा लेकिन कच्ची कालोनियों में रहने वाले चिंता न करें, हम सारी कालोनियों को पक्का कराकर ही चैंन की सांस लेंगे। केजरीवाल हाथ में रजिस्ट्री दिलाएगा। कच्ची कालोनी में रहने वाले लाखों लोगों को उनका हक दिलवा कर ही दम लूंगा।

सीसीटीवी कैमरे, मोहल्ला क्लीनिक की तरह रजिस्ट्री भी दिलाऊंगा – अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा उन लोगों ने पहले आपके सीसीसीटी कैमरे को रोका। उसे कराया। उन्होंने आपके मोहल्ला क्लीनिक को रोका। उसे कराया। अब कच्ची कालोनियों की रजिस्ट्री कराकर ही दम लूंगा। इसके लिए मुझे चाहें जो करना पड़े। मैं दिल्ली की जनता को स्पष्ट कर दूं, जैसे हर रुकावट को दरकिनार कर सीसीटीवी लगवाए, मोहल्ला क्लीनिक खुलवाए, उसी तरह रजिस्ट्री भी कराकर दिखाऊंगा।

6 हजार करोड़ से हुआ कच्ची कालोनियों का कायापल्ट – अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पांच साल पहले कच्ची कालोनियों का हाल बेहाल था। मैं 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान कच्ची कालोनियों में जाता था तो वहां रह रहे लोगों की परेशानी से रू ब रू होता था। मैंने तभी लोगों से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद कच्ची कालोनियों को नरकीय जीवन से बाहर निकाला जाएगा। पिछले पांच साल में कच्ची कालोनियों का कायापल्ट हुआ है। सड़कों का निर्माण कराया गया। सीवर लाईन डलवाया गया। अब 24 घंटे व दो सौ यूनिट तक मुफ्त बिजली मिल रही है। लोगों को मुफ्त पानी मिल रहा है। सीसीटीवी कैमरे लग गए। विधायक निधि से कच्ची कालोनियों में गेट लगवाया गया। मोहल्ला क्लीनिक का सबसे ज्यादा फायदा इन कालोनियों में रह रहे लोगों को हो रहा है। पिछले पांच साल में कच्ची कालोनियों में रह रहे लोगों का जीवन स्तर बिल्कुल बदल गया है। सरकारी स्कूलों में बच्ची अब निजी स्कूल के स्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हमने 6 हजार करोड़ खर्च कर पानी, नाली, सीवर व बिजली की व्यवस्था कर दी। कच्ची कालोनियों में स्ट्रीट लाइट पर भी नियम बना दिया गया है। अब सभी स्ट्रीट लाईट के रखरखाव की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार करेगी। दिल्ली की कच्ची कालोनियों में स्थित सेप्टिक टैंक की मुफ्त सफाई भी अब दिल्ली सरकरा कराएगी।


कच्ची कालोनी में रहने वालों को दिलाया सम्मान जीवन – अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पांच साल पहले जब मैं कच्ची कालोनियों में जाता था तो लोगों का हाल देख बेहद पीड़ा होती थी। लोगों के घरों में बारिश का पाना जाता था। सड़कें नहीं थी। आलम यह था कि लोगों के लड़कों की शादी तक नहीं होती थी। लड़की वाले आते थें और कच्ची कालोनियों का हाल देखकर लौट जाते थें। कच्ची कालोनी में रहने वालों के साथ सौतेला व्यवहार होता था।
सीएम ने कहा कि पांच साल में कच्ची कालोनियों में रहने वालों को सम्मान दिलाया गया। हमने सड़कें बनवाई। जिससे बरसात का पानी घर में जाना बंद हुआ। सीवर लाईन डलवाया। 24 घंटे बिजली की व्यवस्था कराई गई। दो सौ यूनिट मुफ्त बिजली दिया गया। 20 हजार लीटर मुफ्त पानी दिया गया। इससे कच्ची कालोनी में रहने वालों का जीवनस्तर भी दिल्ली के अन्य हिस्सों में रह रहे लोगों के बराबर हुआ। आज कच्ची कालोनी में रहने वाले भी गर्व से कह सकते हैं कि हम दिल्ली का हिस्सा हैं।

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sudhir

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