नई दिल्ली, 16 अप्रैल 2024
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी की छात्र विंग, छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) ने मशाल मार्च निकाला और शांतिपूर्ण तरीक़े से अपना आक्रोश व्यक्त किया। यह मार्च दिल्ली विश्वविद्यालय के विवेकानंद स्टेच्यू, ऑर्ट्स फैकल्टी से शुरू हुआ। इसके अलावा ‘‘आप’’ की छात्र युवा संघर्ष समिति सीएम केजरीवाल के समर्थन में दिल्ली के सभी कॉलेजों में हस्ताक्षर अभियान भी शुरू कर दिया है। मशाल मार्च के दौरान ‘‘आप’’ की युवा नेता वंदना सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्लीवालों के लिए मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं के लिए बस में सफर का इंतजाम किया। ऐसे सीएम अरविंद केजरीवाल को चुनाव के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया, जो लोकतंत्र के साथ बहुत बड़ा धोखा है। केंद्र सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ देश का युवा व छात्र सड़कों पर आ गया है और अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है।
‘‘आप’’ की छात्र युवा संघर्ष समिति का कहना है कि मशाल मार्च में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। छात्र जानते हैं कि लोकसभा चुनाव से कुछ हफ़्तों पहले विपक्ष के इतने बड़े चेहरे को जेल के पीछे डालने का केवल एक ही उद्देश्य है, अरविंद केजरीवाल को चुनावी प्रचार से दूर रखना। दिल्ली के युवा समझ रहे हैं कि ये गिरफ़्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ़ नहीं है, बल्कि विपक्ष विहीन चुनाव लड़ने की मंशा से की गई है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में 3 बार और पंजाब में मोदी जी की राजनीति को शिकस्त दी और फिर एमसीडी में भी हराया। यह केवल अरविंद केजरीवाल ही कर सकते हैं और कर पाए हैं।
एसवाईएसएस का कहना है कि दिल्ली के युवाओं में बहुत आक्रोश है। छात्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ग़ैर संवैधानिक गिरफ़्तारी को लेकर हस्ताक्षर अभियान में लोगों को अवगत करा रहे हैं। लोगों को बताया जा रहा है कि किस तरीके से शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भाजपा ने षड्यंत्र कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। सीवाईएसएस का कहना है कि ये प्रयास तब तक जारी रहेंगे, जब तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ जाते।
वहीं, आम आदमी पार्टी की युवा नेता वंदना सिंह का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी छात्रों ने अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ मार्च किया। अरविंद केजरीवाल ने अपनी आईआरएस की नौकरी त्याग कर लोगों की सेवा में अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया। उन्होंने कई साल तक दिल्ली की झुग्गियों में काम किया और गरीब लोगों की आवाज उठाने का काम किया। दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने दिल्ली की जनता की भलाई के ढेरों काम किए। सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की दशा सुधारी। सबका इलाज मुफ्त कर दिया। महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई। गरीबों को फ्री बिजली-पानी दी। ऐसे मुख्यमंत्री को केवल कुछ बयानों के आधार पर जेल में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सिटिंग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव के ऐन वक्त पर गिरफ्तार कर लिया गया है। यह बहुत बड़ा अन्याय और गलत है। यह देश के लोकतंत्र के साथ बहुत बड़ा धोखा है। इस देश का युवा और छात्र सड़कों पर आ गया है। देश में यह तानाशाही नहीं चलेगी। देश का युवा अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है