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पानी सत्याग्रह के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती जल मंत्री आतिशी से बुधवार सुबह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सीपीआई (एम) की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने मुलाकात की। दोनों नेताओं ने अस्पताल में भर्ती आतिशी का हालचाल जाना। अखिलेश यादव ने कहा कि जलमंत्री आतिशी बहुत बहादुर हैं और लड़ना जानती हैं। वो हमेशा दिल्ली की जनता के लिए लड़ती रही हैं। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने हमेशा विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों के साथ भेदभाव किया है। खासकर सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ सबसे ज्यादा अन्याय किया है। अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आने ही वाले थे, लेकिन उनको फिर से फर्जी मामले में फंसा दिया गया है, ताकि बाहर न आ सकें और जनता के बीच न जा सकें। उधर, वृंदा करात ने कहा कि केंद्र सरकार और एलजी अपना दायित्व निभाने की जगह दिल्लीवालों के पानी के साथ भेदभाव की नीति अपना रहे हैं। आतिशी के अनशन से उनको जरा भी फर्क नहीं पड़ा है, जबकि यह उनकी नहीं, दिल्ली की जनता की लड़ाई है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह, सपा के सांसद लालजी वर्मा, राजीव राय और आनंद भदौरिया समेत अन्य कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने अस्पताल जाकर जलमंत्री आतिशी से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। आतिशी बहुत बहादुर हैं और अपनी जनता के लिए लड़ना भी जानती हैं। जलमंत्री के साथ-साथ वो दिल्ली के लोगों की समस्याओं का कैसे समाधान करें, उसके लिए लगातार लड़ती रही हैं। जिस समय केंद्र में भाजपा की सरकार बनी थी और भाजपा के सांसद ने कहा था कि मैं मुख्यमंत्री रहा हूं और मुख्यमंत्री की तकलीफ व परेशानियों को जानता हूं। लेकिन जबसे दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है, तब से विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों की परेशानियां बढ़ी हैं। दिल्ली की केंद्र सरकार जो मदद मिलनी चाहिए, वो मदद भी नहीं मिली। केंद्र सरकार ने लगातार विपक्षी दलों की सरकारों के साथ भेदभाव किया है।

केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा भेदभाव दिल्ली की केजरीवाल सरकार के साथ किया है। खासकर अरविंद केजरीवाल केजरीवाल के साथ सबसे ज्यादा भेदभाव किया है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है। वो दिल्ली की जनता के लिए काम करना चाहते हैं। दिल्लीवालों को स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे बेहतर दी। दिल्ली में अच्छी शिक्षा समेत अन्य सुविधाएं कैसे मिले, उस पर काम करना चाहते हैं। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार लगातार दिल्ली सरकार के कामों में रोड़ा अटका रही है और तमाम तरह से तकलीफ और परेशानी पहुंचा रही है। जब अरविंद केजरीवाल को हर जगह से राहत मिलने लगी और वो अब तक जेल से बाहर आते। केंद्र सरकार की जानकारी में भी होगा कि अरविंद केजरीवाल बाहर निकल आएंगे। अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर निकल न पाएं, जनता के बीच न पहुंच पाएं, सरकार ठीक से न चला पाएं, इसलिए उन पर फिर न जाने कौन सा मुकदमा लगाकर फंसा दिया गया है।

अखिलेश यादव ने कहा कि सीबीआई के लोग कोई पहली बार लोगों को नहीं फंसा रहे हैं। ये लगातार लोगों को फंसाते आ रहे हैं। भाजपा वाले सीबीआई के जरिए उनको फंसाते हैं, जिनसे इनको खतरा है। सीबीआई का इस्तेमाल होना, दिल्ली की संस्थाओं होना नई बात नहीं है। इसी का परिणाम रहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ जनता ने मतदान किया। सौभाग्य से ये लोग सत्ता से जाते-जाते बच गए, वरना भाजपा का केंद्र सरकार में सफाया हो गया होता।

उधर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने भी एलएनजेपी अस्पताल जाकर जलमंत्री आतिशी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आतिशी दिल्ली की जनता के लिए बहुत बहादुरी के साथ लड़ रही हैं। यह बहुत खेद की बात है कि केंद्र सरकार और एलजी अपना दायित्व नहीं निभा रहे हैं और दिल्ली की जनता के पानी के साथ भेदभाव की नीति अपना रहे हैं। आतिशी के अनशन से केंद्र और एलजी कोई जरा भी फर्क नहीं पड़ा, जबकि यह आतिशी की नहीं, बल्कि जनता की लड़ाई है। आतिशी बहुत बहादुरी के साथ जनता की लड़ाई लड़ी हैं। हम यहां उनको सलाम देने के लिए आए थे। आतिशी हमें बताया है कि स्वास्थ्य ठीक होने के बाद दिल्ली के लिए दोबारा लड़ेंगे।

उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी 21 मार्च से जंगपुरा के भोगल में अनिश्चितकालीन पानी अनशन पर बेठी थी। वो दिल्ली की जनता को उसके हक का पानी दिलाने के लिए बिना कुछ खाए अनशन पर थी। हरियाणा सरकार दिल्ली के हक का 100 एमजीडी पानी नहीं दे रहा है, जिसके चलते दिल्ली के 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। दिल्ली को उसके हक का पानी दिलाने के लिए अनशन पर बैठी आतिशी का पांचवें दिन ब्लड शुगर और बीपी काफी कम हो गया और यूरीन में कीटोल लेवल भी बढ़ गया, जिसके चलते उनकी तबीयत गंभीर हो गई और एलएनजेपी के डॉक्टरों ने उनकी जान को खतरा बताते हुए उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। मंगलवार की सुबह करीब 3ः40 बजे उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। अब उनका स्वास्थ्य स्थिर है और आईसीयू से बाहर आ गई हैं। विपक्षी दलों के कई नेता और शुभचिंतक उनसे मिलने अस्पताल आ रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सीपीआई (एम) की नेता वृंदा करात ने भी उनसे मिलकर स्वास्थ्य जाना।

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