नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2024
तथाकथित शराब घोटाले के मुख्य आरोपी सरथ रेड्डी ने सरकारी गवाह बनने के बाद भाजपा को 50 करोड़ रुपए दिए। यह बात खुद भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में कबूला है। इस संबंध में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि इंटरव्यू में अमित शाह ने स्वीकारा है कि सरकारी गवाह बनने के बाद सरथ रेड्डी ने यह पैसा भाजपा मध्यप्रदेश यूनिट को दिया है। अमित शाह ये भी कहते हैं कि सरकारी गवाह बनने का मतलब गुनाह कबूलना है। अगर ऐसा है तो भाजपा ने सरथ रेड्डी से चंदा क्यो लिया? इसके बाद वो भाजपा का बचाव करते हुए कहते हैं कि सरथ रेड्डी आरोपी था तो उसको चंदा नहीं देना चाहिए था। इससे साफ है कि वो झूठ बोलकर देश को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबूत के बावजूद ईडी ने भाजपा नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि बिना सबूत के सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया व मुझे गिरफ्तार कर लिया।
पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक राष्ट्रीय टीवी चैनल पर खुलेआम झूठ बोलकर देश की जनता को गुमराह किया और भाजपा पर रिश्वतखोरी के लगे आरोपों को छुपाने का प्रयास किया। जिस रिश्वत को लेने के प्रामाणिक तथ्य हैं और उसका मनी ट्रेल साबित है। जिस बात के सबूत पूरे देश और दुनिया के सामने आ गए हैं, उस बात को गृहमंत्री ने राष्ट्रीय टीवी चैनल पर नकार दिया और तथ्य को छुपाने का काम किया।
संजय सिंह ने कहा कि जिस सरथ रेड्डी को शराब घोटाले का ईडी ने शराब घोटाले का किंगपिन और मुख्य घोटालेबाज बताया, उसी ने भारतीय जनता पार्टी को 60 करोड़ रुपए की रिश्वत दी है। रिश्वत लेने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए, उनकी गिरफ्तारी उनकी होनी चाहिए, लेकिन गिरफ्तारी अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया की हो रही है। इन्होंने मुझे पकड़ कर 6 महीने जेल में रखा। ईड ने ‘‘आप’’ के नेताओं पर एक झूठा और बेबुनियाद केस बनाकर 500 जगहों पर रेड मारी। इस रेड में एक रुपए की बरामदगी न अरविंद केजरीवाल के घर से हुई और न मनीष सिसोदिया के घर से कोई संपत्ति के कागजात और पैसा नहीं मिला। इसके बाद भी एक झूठे केस में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी की सारी कार्रवाई आम आदमी पार्टी के नेताओं पर चलती है। लेकिन जब हम बीजेपी द्वारा किए गए कमल छाप घोटाले की जांच करने की बात कहते हैं तो उसपर ईडी, सीबीआई, प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा या एलजी कुछ नहीं बोलते हैं।
संजय सिंह ने पूछा कि क्या देश में दोहरा कानून चलेगा? आम आदमी पार्टी के लिए बिना सबूत के कार्रवाई और बीजेपी के खिलाफ सबूत सबके सामने होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होगी। यह तो अन्याय पूर्ण कार्रवाई है। देश के गृहमंत्री अपने इंटरव्यू में स्वीकार कर रहे थे कि उन्हें सब पता था, फिर इसके बाद उनकी पार्टी ने ऐसे व्यक्ति से रिश्वत कैसे ली? जिसे उनकी ईडी किंगपिन कह रही है वो उससे पैसे क्यों ले रहे हैं? हम सुप्रीम कोर्ट के आभारी हैं कि कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड की डीटेल जारी करने के आदेश दिए, तब जाकर पता चला कि शराब घोटाले में रिश्वत बीजेपी ने खाई है। इसके लिए मैं देश की ओर से मुख्य न्यायाधीश को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने इस इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया। पांच जजों की बेंच ने इसे गैरकानूनी बताते हुए कहा कि इसे जारी करो। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह खुलेआम इलेक्टोरल बॉन्ड का समर्थन कर रहे हैं। वो रिश्वतखोरी के पक्ष में मजबूती से खड़े हैं।
संजय सिंह ने कहा कि सरथ चंद्र रेड्डी को दिल्ली में ठेका मिलने के बाद इसने नवंबर 2021 से लेकर जुलाई 2022 के बीच बीजेपी को 5 करोड़ रुपए का चंदा दिया। 12 जनवरी को भी बीजेपी को चंदा दिया। 12 जुलाई को 1.5 करोड़ रुपए बीजेपी को चंदा दिया। जब सरथ रेड्डी का ठेका जब दिल्ली में चल रहा था तो उस समय वो बीजेपी को रिश्वत खिला रहा था। 9 नवंबर 2022 को जब उसके घर पर छापे पड़े तो सरथ रेड्डी ने कहा कि उसने किसी को रिश्वत नहीं दी है। 10 नवंबर 2022 को सरथ रेड्डी गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद 15 नवंबर 2022 को फिर उसने बीजेपी को 5 करोड़ रुपए का चंदा दिया। अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली कमल छाप दारूबाज घोटाला पार्टी भाजपा ने सरथ रेड्डी की गिरफ्तारी के दौरान उससे 5 करोड़ रुपए लिया। इससे ये सवाल उठता है कि जब सरथ रेड्डी ईडी की कस्टडी में था तो उसका बैंक अकाउंट कैसे चल रहा था? कस्टडी के दौरान वो अपने बैंक खाते से बीजेपी को पैसे कैसे दे रहा था?
संजय सिंह ने कहा कि 6 जनवरी 2023 को एक चार्जशीट दाखिल की जाती है, जिसमें ईडी सरथ रेड्डी को शराब घोटाले का किंगपिन कहती है। ईडी उसे मुख्य घोटालेबाज और सबसे बड़ा लाभ उठाले वाला बताती है। 20 जनवरी 2023 को इसने अपनी जमानत याचिका में कहा कि ईडी उसके और उसके कर्मचारियों पर दबाव डाल रही है कि वो उनके द्वारा लिखे गए बयानों पर हस्ताक्षर कर दे और उनके हिसाब से बयान दे दे। उसने अपने बयान में कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों को 100 करोड़ रुपए देने की बात पूरी तरह निराधार और झूठी है। इसकी बेल एप्लीकेशन उपलब्ध है जितनी मेहनत आम, पूरी मिठाई पर होती है थोड़ी मेहनत इस पर भी होनी चाहिए, ताकि देश के सामने सच आए। जब सरथ रेड्डी को जेल में 6 महीने हो जाते हैं तब वो 26 अप्रैल 2023 को अपने बयान से पलटला है और बयान देता है कि 100 करोड़ रुपए की रिश्वत का कुछ हिस्सा देने के लिए मैने सहमति दी थी। इससे पहले जब उसने 20 जनवरी 2023 को किसी तरह की रिश्वत देने से मना किया, तब ईडी ने उसकी जमानत का विरोध किया और उसकी जमानत याचिका निचली अदालत से खारिज कर दी जाती है।
इसके बाद 8 मई 2023 को सरथ रेड्डी ने कमर दर्द के आधार पर अंतरिम जमानत के लिए अप्लाई किया। लेकिन ये इतनी बड़ी बीमारी है कि ईडी कोर्ट में इस बीमारी के खिलाफ कुछ बोल ही नहीं पाई और उसे जमानत मिल गई। वहीं ईडी सत्येंद्र जैन की सर्जरी के लिए लगाई गई जमानत याचिका का पूरा विरोध करती है। 8 मई को उसे जमानत मिला और 2 जून 2023 को वो सरकारी गवाह बन जाता है। जिसके बाद उसने बीजेपी को 50 करोड़ रुपए का चंदा दिया। लेकिन शुक्रवार को गृहमंत्री राष्ट्रीय चैनल पर बैठकर पूरे देश से झूठ बोल रहे हैं कि सरथ रेड्डी ने हमारी मध्य प्रदेश यूनिट को चंदा दिया है। अगर वह आरोपी था तो उसको चंदा नहीं देना चाहिए था।
सांसद संजय सिंह ने बीजेपी से पूछा कि ईडी जिसे चार्जशीट में मुख्य घोटालेबाज बता रही है, उसी से भाजपा ने रिशवत ली, अबतक कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई और कितनों से पूछताछ हुई। वहीं, हमारे नेताओं के घर से एक रुपए भी बरामद नहीं हुए लेकिन आपने उन्हें पकड़कर जेल में डाल दिया। जिस आदमी ने गिरफ्तारी के दौरान और गिरफ्तारी के बाद कुल 60 करोड़ रुपए दिए हैं, उसपर अबतक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इसका मलतब आपने स्वीकार कर लिया कि आपने पैसा लिया है। मध्य प्रदेश यूनिट, बंगाल यूनिट, तमिलनाडू यूनिट किस यूनिट को पैसा मिला ये तो जांच शुरु करने के बाद पता चलेगा कि किस-किस से कैसे पैसे लिए। अगर आपको पता था कि पैसा मध्यप्रदेश यूनिट को मिला है। इसका मतलब आपको पता था कि 55 करोड़ रुपए की रिश्वत आ रही है। एक पार्टी को 55 करोड़ रुपए मिल गए और उसको पता ही नहीं चला, पैसा पानी की तरह बह रहा है क्या? उसके खाते सीज नहीं हुए, संपत्ति जब्त नहीं हुई। उसे कोर्ट से माफी मिल जाती है।
उन्होंने कहा कि ये तथाकथित शराब घोटाला खुली किताब की तरह अब देश के सामने आ गया है। यह शराब घोटाला कमलछाप दारू घोटाला है। और ये कमलछाप घोटाला देश और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने किया है। बीजेपी सिर से लेकर पांव तक शराब घोटाले में डूबी हुई है। इस दौरान संजय सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इंटरव्यू की क्लिप भी दिखाई। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने साफ कहा है कि सरकारी गवाह बनने का मतलब गुनाह कबूल करना होता है। लेकिन जब सरथ रेड्डी ने 2 जून 2023 को सरकारी गवाह बनकर अपना गुनाह कबूल कर लिया, तब आपने 8 नवंबर 2023 को उससे 50 करोड़ रुपए क्यों लिए? इसका मतलब है आप पर जांच होनी चाहिए।
भाजपा-ईडी सांठगांठ की समझें क्रोनोलॉजी-
- नई शराब नीति नवंबर 2021 लेकर जुलाई 2022 तक ऑपरेशन में थी और सरथ रेड्डी को दिल्ली में पांच जोन का लाइसेंस मिला।
- 9 नवंबर 2022 को तथाकथित शराब घोटाले में ईडी सरथ रेड्डी के घर रेड करती है और 10 नवंबर को गिरफ्तार कर लेती है।
- गिरफ्तारी के बाद रेड्डी के सामने भाजपा को 60 करोड़ रिश्वत और केजरीवाल के खिलाफ झूठे बयान देने की शर्त रखी जाती है।़
- पहले तो रेड्डी झूठे बयान देने से मना कर देते हैं और ईडी पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कोर्ट से शिकायत करते हैं।
- कई महीने जेल में रहने के बाद सरथ रेड्डी दबाव में आकर सीएम केजरीवाल के खिलाफ झूठा बयान दे देते हैं और उसी आधार पर ईडी सीएम को गिरफ्तार कर लेती है।
सरथ रेड्डी से भाजपा ने कब-कब लिया चंदा
- 5 जनवरी 2022 का सरथ रेड्डी ने भाजपा को 3 करोड दिए।़
- 12 जनवरी 2022 को 3 करोड़ दिए।
- 02 जुलाई 2022 को 1.5 करोड दिए।़
- 12 जुलाई 2022 को 1.5 करोड़ दिए।
- 15 नवंबर 2022 को 5 करोड़ दिए
- जमानत मिलने के बाद भाजपा को 50 करोड़ रुपए दिए