दिल्ली के एक बस स्टाप पर मुफ्त बस सेवा होने के कारण महिलाओं को देखकर क्लस्टर बस नहीं रोकने को सीएम अरविंद केजरीवाल ने गंभीरता से लिया है। सोशल मीडिया के जरिए बस न रोकने का वीडियो उन्हें मिला था। जिसके बाद सीएम ने बस न रोकने वाले चालक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही, भविष्य में इस तरह का वाकया न दोहराया जाए, इसके लिए परिवहन मंत्री को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक घंटे के अंदर बस चालक को ड्यूटी से हटा दिया और परिवहन विभाग के एमडी समेत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बस चालकों और अन्य स्टाफों को महिलाओं समेत सभी यात्रियों के प्रति संवेदनशीन बनाने पर जोर देने का निर्देश दिया, ताकि किसी भी स्थिति में महिला की मौजूदगी में बस रोकना सुनिश्चित करें।
इस मसले पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली परिवहन विभाग के सभी बस चालकों और अन्य कर्मियों से महिलाओं समेत सभी यात्रियों के प्रति संवेदनशील व्यवहार करने की मार्मिक अपील भी की है। सीएम ने अपील करते हुए कहा है कि सभी चालक तय बस स्टैंड पर बस ज़रूर रोकें। ऐसी कुछ शिकायतें आईं हैं कि महिलाओं को देखकर कुछ ड्राइवर बस नहीं रोकते हैं। ये सही नहीं है। दिल्ली की महिलाएं हमारी माताएं-बहनें हैं। इनका ख्याल हम सभी को रखना है।
वहीं, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि इस तरह की कुछ शिकायतें पहले भी हमारे पास आई थीं, लेकिन तब हमारे पास सर्विसेज विभाग नहीं था। जिसके चलते दिल्ली सरकार इस पर ज्यादा कुछ नहीं कर पाई थी। अब सर्विसेज विभाग दिल्ली सरकार के पास है। इसलिए इस मामले में कार्रवाई की गई है। साथ ही सभी बस चालकों को संवेदनशील बनाया जा रहा है ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।
दरअसल, गुरुवार को सोशल मीडिया में एक वीडियो आया। जिसमें दिल्ली के एक बस स्टाप पर महिलाओं के होने के बावजूद बस चालक ने बस नहीं रोकी। इसके पीछे बस में महिलाओं का मुफ्त सफर होना बताया गया। सीएम अरविंद केजरीवाल इस वीडिया को बेहद गंभीरता से लिया। सीएम ने उस वीडियो को ट्वीट कर कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि कुछ ड्राइवर महिलाओं को देखकर बस नहीं रोकते हैं, क्योंकि महिलाओं का सफर फ्री है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बस के चालक के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को महिलाओं को देखकर बस न रोकने वाले चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही इस तरह का कृत्य दोबारा न हो, इसके लिए तत्काल सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।
सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश के बाद परिवहन मंत्री हरकत में आए और तत्काल परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि बस चालक की पहचान कर उसे अगले आदेश तक के लिए ड्यूटी से हटा दिया गया है। उक्त बस पर दूसरे चालक की तैनाती की गई है। किसी भी चालक द्वारा इस तरह का व्यवहार कतई स्वीकार्य नहीं है। परिवहन मंत्री ने सभी बस यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि अगर वे कहीं भी इस प्रकार की अनियमितता देखें तो तुरंत उसकी वीडियो बना कर साझा करें।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि गुरुवार की सुबह करीब 11ः20 बजे सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो ट्वीट किया। इस वीडियो में साफ़ नज़र आ रहा है कि चार-पांच महिला यात्री बस को रोकने की कोशिश कर रही हैं। वे हाथ दे रही हैं। इसके बावजूद ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। इस तरह की शिकायतें पहले भी हमारे सामने आई हैं। इस मामले को तत्काल गंभीरता से लेते हुए हमने बस ड्राइवर की पहचान की और उसे तुरंत ड्यूटी से हटा दिया। यह बहुत गंभीर मामला है। क्योंकि महिलाओं की सुरक्षा और उनकी सुगम यात्रा के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सभी ज़रूरी क़दम उठाए हैं। हमारी बसों में अब तक 112 करोड़ से अधिक महिलाओं ने मुफ़्त यात्रा की है।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बैठक कर अफसरों के कसे पेंच
बस स्टाप पर महिलाओं को देखकर चालकों द्वारा बस नहीं रोकने की शिकायतों को दूर करने को लेकर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दोपहर बाद डीटीसी के सीनियर अफसरों के साथ अहम बैठक भी की। इस बैठक में उन्होंने इस तरह की आ रही शिकायतों पर अफसरों के पेंच भी कसे। साथ ही, उन्होंने अफसरों को इस प्रकार के मामलों कोू रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इस दौरान अफसरों को सभी बस चालकों, कंडक्टरों और अन्य स्टाफ को संवेदनशील बनाने के लिए उन्हें प्रेरित करने पर बल दिया गया, ताकि भविष्य में किसी महिला को बस में सफर करने में कोई परेशानी न आए। साथ ही, चेतावनी भी दी गई कि अगर आगे इस तरह की कोई शिकायत आती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अब तक 112 करोड़ से ज्यादा बार महिलाएं पिंक पास का कर चुकी हैं इस्तेमाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने सभी महिलाओं के लिए डीटीसी की बसों में सफर मुफ्त कर रखा है। महिलाएं किसी भी बस स्टैंड से दिल्ली सरकार की बस में बैठकर मुफ्त सफर कर सकती हैं। इसके लिए बस कंडक्टर महिलाओं को एक पिंक टिकट देता है। केजरीवाल सरकार द्वारा यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है। सभी बस चालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि महिलाओं को बस में सफर के दौरान कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। यह योजना 2019 में शुरू की गई थी और इसके तहत अब तक दिल्ली सरकार की बसों में 112 करोड़ से ज्यादा बार महिलाएं पिंक पास का इस्तेमाल कर चुकी हैं। दिल्ली में फिलहाल डीटीसी और क्लस्टर बस मिलाकर कुल 7379 बसें हैं। इन बसों में प्रतिदिन औसतन 41 लाख लोग यात्रा करते हैं। इनमें महिला यात्रियों की हिस्सेदारी करीब 31 फीसद है।