आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को बिना प्रमाण और बयान के ईडी द्वारा झूठे केस बनाने के एक और कारनामे को लेकर बड़ा खुलासा किया। ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सबूतों के साथ पार्टी मुख्यालय में ईडी के एक और बड़े झूठ का पर्दाफाश करते हुए कहा कि मेरा आबकारी नीति मामले से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। फिर भी ईडी की चार्जशीट में मेरा नाम आना हैरान करने वाला है। उन्होंने कहा कि मैंने लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर संसद में ईडी के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसलिए मेरे खिलाफ ईडी ने यह साजिश रची है। मैंने 12 दिसंबर 2022 को संसद में ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग पर भाषण दिया था और 6 जनवरी 2023 को ईडी की चार्जशीट में मेरा नाम आ गया। उन्होंने सवाल किया कि जब ईडी के पास मेरे खिलाफ कोई बयान नहीं है तो किसके कहने पर मुझे बदनाम कर रही है। मैं ईडी के अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा।
आबकारी नीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं, फिर भी ईडी ने अपनी चार्जशीट में मेरा नाम शामिल किया- संजय सिंह
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पिछले कई दिनों से बार-बार मीडिया में ईडी के जरिए मेरा नाम लिया जा रहा है। मैं बड़ा परेशान था। कई रात सो नहीं पाया। मैं अपना पूरा जीवन सौ फीसद ईमानदारी से बिताता हूं। मैं परेशान हुआ कि जिस आबकारी नीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं, उसमें ईडी मेरा नाम बार-बार क्यों ले रही है और मीडिया में खबरें क्यों प्लांट की जा रही हैं? मेरे नाम से जब मीडिया में खबर चली तो मैंने पता किया और जानकारी मिली कि ईडी की चार्जशीट में मेरा नाम है। उन्होंने कहा कि ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि 01 अक्टूबर 2022 को दिनेश अरोड़ा ने यह बताया कि अमित अरोड़ा की एक शराब की दुकान का ट्रांसफर संजय सिंह के कहने पर मनीष सिसोदिया ने किया। उन्होंने ईडी के इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया को निर्देश देने वाला मैं कौन होता हूं? उन्होंने साफ किया कि इस मामले का आबकारी नीति से कोई लेना-देना नहीं है। अमित अरोड़ा की कोई दुकान है, जिसे चार्जशीट में ट्रांसफर करने की बात कही जा रही है और बताया जा रहा है कि शराब नीति के पहले का यह मामला है। 6 जनवरी 2023 को ईडी जब चार्जशीट दाखिल करती है तो उसमें मेरा (संजय सिंह) नाम लिखती है कि मेरे निर्देश पर मनीष सिसोदिया ने अमित अरोड़ा की शराब की दुकान ट्रांसफर की।
अडानी के महा घोटाले और मोदी सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोल रहा हूं, इसलिए मेरे खिलाफ झूठा केस बनाया गया- संजय सिंह
उन्होंने कहा कि ईडी का यह कारनामा दिखाता है कि किस तरह से ईडी एक फर्जी चार्जशीट दाखिल करती है। क्योंकि मैं अडानी अडानी के महा घोटाले और पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोल रहा हूं। इसलिए मेरे खिलाफ ये झूठा मामला बनाया गया। संजय सिंह ने ईडी को दिया गया दिनेश अरोड़ा के बयान भी पढ़कर सुनाया। दिनेश अरोड़ा ने ईडी को दिए अपने बयान में कहा है कि एक्साइज कमिश्नर राहुल सिंह ने रूटीन में अमित अरोड़ा की शराब की दुकान का ट्रांसफर किया। इस बयान में संजय सिंह का नाम कहीं दूर-दूर तक नहीं है। 01 अक्टूबर 2022 को ईडी ने दिनेश अरोड़ा से जो बयान लिया है, उसमें संजय सिंह के नाम का कहीं पर भी जिक्र नहीं है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ईडी के झूठे केस बनाने के कारनामों का और खुलासा करते हुए कहा कि कोर्ट के सामने 164 का बयान सबसे तथ्यपूर्ण और सच्चा बयान माना जाता है। दिनेश अरोड़ा ने कोर्ट के सामने 164 के तहत बयान दिया है। दिनेश अरोड़ा ने अपने 164 के बयान में कहा है कि मैंने अमित अरोड़ा की शराब की दुकान के ट्रांसफर के बारे में न तो तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से बात की और न तो संजय सिंह से ही बात की। यह कोर्ट के सामने दिनेश अरोड़ा का दिया गया बयान है। दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में आगे लिखा है कि अमित अरोड़ा कह रहा है कि नए एक्साइज कमिश्नर राहुल सिंह आए हैं। राहुल सिंह को इस सीट पर मैं लेकर आया हूं। दिनेश बयान में कहा है कि 22-23 मार्च को राहुल सिंह का फोन आया कि रूटीन में आपका लेटर अप्रूव हो गया है।
जब कोर्ट की प्रक्रिया में ईडी के अधिकारी फंसेंगे तब कोई बचाने नहीं आएगा- संजय सिंह
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रधानमंत्री और ईडी से सवाल किया है कि जब कोर्ट में दिए गए बयान में मेरा नाम नहीं है और ईडी के सामने दिए गए बयान में मेरा नाम नहीं है तो ईडी के अधिकारियों को चार्जशीट में मेरा नाम लिखकर मुझे बदनाम करने की कोशिश करने की हिम्मत कैसे हुई? ईडी ने मेरे खिलाफ मीडिया में खबरें चलवाई। भाजपा के लोगों द्वारा प्रायोजित प्रेस वार्ता कराई गई। मैं ईडी के अधिकारियों से कहना चाहता हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने रिटायरमेंट का नियम बना लिया है। उनकी रिटायरमेंट की उम्र 75 साल है लेकिन जब न्याय की प्रक्रिया में ईडी के अधिकारी फंसेंगे तब कोई बचाने नहीं आएगा। इसलिए ऐसे झूठे और बेबुनियाद का मत करो। इस तरह फर्जी बदनाम करने की कोशिश मत करो। इस झूठी चार्जशीट के आधार पर मेरे खिलाफ टीवी चैनलों पर खबर चली और भाजपा के लोगों ने प्रेस कांफ्रेंस तक की। ईडी ने मेरे खिलाफ तमाम दुष्प्रचार किया। इसलिए ईडी के निदेशक एसके मिश्रा, चार्जशीट पर हस्ताक्षर करने वाले अधिकारी भानु प्रिया, आईओ जोगिंदर सिंह समेत तमाम अधिकारियों पर आपराधिक मानहानि का केस करूंगा और इनको बेनकाब करूंगा।
बिना तथ्यों के ईडी की चार्जशीट में मेरा नाम शामिल करना हैरान करने वाला है- संजय सिंह
संजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि इस जन्म में तो क्या अगले जन्म में भी आप मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के एक भी सबूत नहीं पाएंगे। मैंने अपना पूरा जीवन एक फक्कड़ की तरह पूरी ईमानदारी से बिताया है और मरते दम तक ईमानदारी के रास्ते पर ही चलूंगा। मीडिया में मेरा नाम आने से मैं खुद हैरान था कि कैसे आबकारी नीति में मेरा नाम आ रहा है। दिनेश अरोड़ा कोर्ट के सामने बयान देने के दौरान मेरा नाम नहीं लेता है। वो ईडी के सामने भी नहीं कहता है कि मेरे कहने पर कोई शराब की दुकान ट्रांसफर हुई। बल्कि कोर्ट के सामने दिनेश अरोड़ा कह रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह शराब नहीं पीते हैं। इसके बाद भी ईडी में अपनी चार्जशीट में मेरा नाम डाल दिया।
ईडी लोगों को फर्जी केस में फंसा कर जेल में डाल रही है- संजय सिंह
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ईडी द्वारा अपनी चार्जशीट में उनका नाम डालने के पीछे की क्रोनोलॉजी भी समझाई। उन्होंने कहा कि मैंने 12 दिसंबर 2022 को संसद में भाषण दिया था। मैंने लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर संसद में ईडी के दुरुपयोग के खिलाफ बयान दिया कि ईडी 3 हजार छापेमारी करती है और दोषसिद्धि दर मात्र 0.5 फीसद है। ईडी लोगों को फर्जी फंसा रही है और जेल में डाल रही है। लोगों के घरों पर फर्जी छापेमारी कर उनको प्रताड़ित कर रही है। संसद के सभापति ने मुझसे कहा कि मैं जो बातें कह रहा हूं, उसको रिकॉर्ड पर लाउं। संसद की विशेषाधिकार समिति द्वारा समन कर मुझसे पूछा गया कि जो बातें कह रहे हैं उससे संबंधित साक्ष्य लाइए। अब ऐसा लगने लगा है कि ईडी भारत की संसद से भी बड़ी हो गई है। 12 दिसंबर 2022 को संसद में मैं भाषण देता हूं और 06 जनवरी 2023 को चार्जशीट में मेरा नाम शामिल कर दिया जाता है। जबकि दिनेश अरोड़ा ने 01 अक्टूबर 2022 को दिए बयान में मेरा नाम नहीं लिया और न तो उसने कोर्ट के सामने 164 के बयान में ही मेरा नाम लिया है। इसके बावजूद चार्जशीट में जबरन मेरा नाम शामिल कर लिया गया। अब देश की संसद में बैठने वाले सांसदों को भी सोचना पडेगा कि क्या देश की संसद से ईडी बड़ी हो गई है? संसद की विशेषाधिकार समिति ने मुझसे जानकारी देने को कहा है कि कैसे ईडी फर्जी व झूठे मामले बना रहा है? इसलिए मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आपके खिलाफ ईडी ने फर्जी मामले बनाए हैं तो मुझे जानकारी दीजिए और मैं आपके पूरे मामले को विशेषाधिकार समिति के सामने रखूंगा।
ईडी मारपीट कर और गन प्वाइंट पर लेकर गवाहों से बयान ले रही है- संजय सिंह
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बुधवार को भी पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर ईडी को लेकर महा खुलासा किया था कि कैसे ईडी जबरन गन प्वाइंट पर मारपीट कर, कान के पर्दे फाड़ करके गवाहों से बयान ले रही है। इसकी अगली कड़ी में गुरुवार को उन्होंने ईडी को लेकर एक और चौकाने वाला बड़ा खुलासा किया और बताया कि कैसे ईडी झूठे, बेबुनियाद और बिना सिर-पैर के केस बनाने में लगी हुई है, जबकि उसके पास कोई तथ्य, प्रमाण और बयान नहीं है। इसके बाद भी झूठे केस दर्ज कर रही है।